" हिंदी_दिवस"
माठको अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से
किसान को अपने खेतों से
जवान को अपने देश से... View More
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खà¥à¤¶ रहना है तो यादों को जियो,
इशà¥à¤• में सिरà¥à¤« दरà¥à¤¦-à¤-ग़म मिलेगा!
:- Vipin Jha
Source Link:- https://vipin... View More
दरà¥à¤¦-à¤-ग़म
 खà¥à¤¶ रहना है तो यादों को जियो, इशà¥à¤• में सिरà¥à¤« दरà¥à¤¦-à¤-ग़म मिलेगा! :- Vipin Jha
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यादें:-
सफर यादों से à¤à¤° जाता है,
यादें रूप लेती है किताब का,
किताब जो कि दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥... View More
यादें
 सफर यादों से à¤à¤° जाता है, यादें रूप लेती है किताब का, किताब जो कि दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥€ है अत
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Vipin jha
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आबि गेल चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आब फेर बैसार होà¤à¤¤
गामे - गामे à¤à¤¾à¤‡ यौ निधोख पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° होà¤à¤¤
किछà¥à¤ टाकाक लेल लोक देखार होà¤à¤¤
किछà¥à¤ दिन गाम तठà¤à¥‹à¤‚टक बाजार होà¤à¤¤
मंदिर- मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¤• अओॠल' पà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤° होà¤à¤¤
लोक सठलोकक तोड़ - जोड़ तैयार होà¤à¤¤
चौके -चौके पाग माला आ जà¤à¤•à¤¾à¤° होà¤à¤¤
नेता लेल जनता बà¥à¤à¥‚ à¤à¥‹à¤‚टक पैकार होà¤à¤¤
पिछà¥à¤²à¤¾ बेर'क मà¥à¤¦à¤¾ आब जà¥à¤†à¤¨ होà¤à¤¤
à¤à¤®à¤•à¥€ बेर à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ रोजगार'क à¤à¤²à¤¾à¤¨ होà¤à¤¤
à¤à¤¾à¤·à¤£ सठलोकक खूब छà¥à¤› -दà¥à¤²à¤¾à¤° होà¤à¤¤
कागत पर नीक सठविकासक पलार होà¤à¤¤
बà¥à¤à¥ˆà¤¤ अछि 'विपिन' ई सपना लचार होà¤à¤¤
चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¤• बाद गाम टोल à¤à¤¥à¤² इनार होà¤à¤¤
:- Vipin Jha
Source LINk:- https://vipin1996.blogspot.com/2020/09/blog-post_7.html
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Vipin jha
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नाप आया हूठमीलों की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ को,
रासà¥à¤¤à¥‡ का हर इंसान पराया नहीं होता !
नाकामयाबी को देख मà¥à¤à¤¹ मोड़ लेते हैं सà¤à¥€,
गर कामयाबी के पीछे का दरà¥à¤¦ बताया नहीं होता !
रात तारे निकलते हैं दूसरों के अरमान लिà¤,
चाà¤à¤¦ में कà¥à¤› बात है, नहीं तो खà¥à¤¦à¤¾ ने उसे बनाया नहीं होता !
हर शाम खà¥à¤¦ को कà¥à¤¯à¥‚ठडूबोते हो पैमाने में,
काश इशà¥à¤• को जवानी से मिलाया नहीं होता !
यूठतो ख़ैरियत तूने कà¤à¥€ पूछी ही नहीं,
बाद मेरी मैयत में आà¤à¤¸à¥‚ बहाया नहीं होता !
चूम लेना आकर कà¤à¥€ तू मेरे कबà¥à¤° को,
जो रब ने तेरा मà¥à¤²à¤¾à¤œà¤¼à¤¿à¤® बनाया नहीं होता!
:- Vipin Jha
Source Link:- https://vipin1996.blogspot.com/2020/09/blog-post_6.html
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Vipin jha
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साहितà¥à¤¯,सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और पà¥à¤°à¥‡à¤® से
à¤à¤°à¤¾ है जहाठका हर परिवार
वही तो है हमारा बिहार!
जानकी ने सà¥à¤µà¤‚य लिया है जहाठपे अवतार
ऋषि-मà¥à¤¨à¤¿ à¤à¥€ जिस मिटà¥à¤Ÿà¥€ को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करते बारमà¥à¤¬à¤¾à¤°,
चाकर बन जिस जमी पर आये खà¥à¤¦ तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤šà¤¨ हार
शंकराचारà¥à¤¯ की विदà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ गई जहाठहार
वही तो है हमारा बिहार!
बà¥à¤¦à¥à¤§ को मिला जहाठजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°
सिखों के दसवें गà¥à¤°à¥ का जहाठहà¥à¤† अवतार
बिसà¥à¤®à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¹ खान के सहनाई ने बाà¤à¤Ÿà¤¾ पà¥à¤¯à¤¾à¤°
à¤à¤—वान महावीर हà¥à¤ जिस मिटà¥à¤Ÿà¥€ के करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤°
वही तो है हमारा बिहार!
विशà¥à¤µ पटल पर शिकà¥à¤·à¤¾ का जिसने किया पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°
नालंदा और विकà¥à¤°à¤®à¤¶à¤¿à¤²à¤¾ बना जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का à¤à¤‚डार
समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ बना जहाठका अशोक राजकà¥à¤®à¤¾à¤°
चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤—à¥à¤ªà¥à¤¤, शेरशाह जैसे सैकड़ों योदà¥à¤§à¤¾ हà¥à¤ जिस मिटà¥à¤Ÿà¥€ के करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤°
वही तो है हमारा बिहार!
शूनà¥à¤¯ à¤à¥€ हमने दिया,
आइंसà¥à¤Ÿà¥€à¤¨ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों से à¤à¥€ हमने लड़ा,
विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿,कालिदास,नठ¾à¤—ारà¥à¤œà¥à¤¨, दिनकर,माà¤à¤à¥€
मतिराम,केशव,अतà¥à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤°,मानस-बिहारी
जैसे रतà¥à¤¨à¥‹à¤‚ को जिस मिटà¥à¤Ÿà¥€ ने पैदा किया
असà¥à¤¸à¥€ बरà¥à¤· का नौजवान à¤à¥€ अपने हक
के लिठजहाठपे लड़ता है यार
वही तो है हमारा बिहार!
पंच ततà¥à¤µ है जहाठकी à¤à¤¾à¤·à¤¾
हर धरà¥à¤®à¥‹ की à¤à¤• अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾
हर तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° मिल कर मनाते है à¤à¤¾à¤ˆà¤œà¤¾à¤¨
जहाठपर आज à¤à¥€ आतà¥à¤®-हतà¥à¤¯à¤¾ नही करता कोई किसान
ढलते सूरज को à¤à¥€ जहाठकरते है सब पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®
वही तो है हमारा बिहार!
घूमने को है जहाठअंनत धरोहर
लिटà¥à¤Ÿà¥€-चोखा,चà¥à¥œà¤¾-दही- अचार के संग जहाठपर महिला गाती है सोहर
बेटी के जनà¥à¤® लेने से हर चेहरे पर दिखता है जहाठखà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का संसार
वही तो है हमारा बिहार!
:- Vipin Jha
Read Full Poems:- https://vipin1996.blogspot.com/2020/09/blog-post_4.html
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Vipin jha
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इस बार कंपनी के काम से बनारस जाना हà¥à¤†, मन बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶ था हो à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ना? à¤à¤• तो काशी-विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ की नगरी ऊपर से ढाई-आख़र पà¥à¤°à¥‡à¤® के लिठपà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ बनारस की गालियाठ, और सबसे खà¥à¤¶à¥€ की बात मैं जिसको अपने सपनों में देखता था शायद उस शहजादी से à¤à¥€ मिलना हो जाà¤, मानों मेरे कान में अà¤à¥€ से सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दे रहा था!
"तू बन जा गली बनारस की
मैं शाम तलक à¤à¤Ÿà¤•à¥‚ठतà¥à¤à¤®à¥‡à¤‚"
शाम की फà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ से मैं वाराणसी पहà¥à¤à¤š गया और सीधा à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ से मीटिंग के लिठनिकल गया। गाड़ी पहले से à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ के बाहर खड़ी थी, जो कि मà¥à¤à¥‡ पहले ही डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° का नंबर और फ़ोटो कंपनी के तरफ से मिल चà¥à¤•à¤¾ था, तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिकà¥à¤•à¤¤ नहीं हà¥à¤† गाड़ी खोजने में। मन काफी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤ªà¥‚रà¥à¤£ था और डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° à¤à¥€ रà¤à¤—ीन मिज़ाज का लगा, अब डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° बिना देरी किये मà¥à¤à¥‡ मीटिंग सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर ले जाने के लिठचल पड़ा, मैं à¤à¥€ कà¥à¤› कॉल पिक करने में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ था तो डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बातें नहीं कर पा रहा था, à¤à¤¾à¤ˆ-साहब बोलते है ना दिल तो ठहरा बिहारी , उसने जैसे ही मà¥à¤à¥‡ फà¥à¤°à¥€ देखा, बिना पूछे ही गाना चला दिया।
"तू लवर तीसरा है बाबू साहेब,
यादव जी के बाद मिशà¥à¤°à¤¾ है"
मेरा दिमाग जो काम करना बंद कर दिया था, वो खà¥à¤¦-बख़à¥à¤¦ चलने लगा, और अब मैं डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° से बात कर रहा था, बातों ही बातों में पता लगा à¤à¤¾à¤ˆ साहब तो छपरा से है और ये गीत अà¤à¥€ बिहार, यूपी में धमाल मचा रहा है, गीत मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ काफी फनी लगा और जैसे-तैसे हम मंजिल तक पहà¥à¤à¤š गà¤à¥¤ यही कोई घणà¥à¤Ÿà¥‡ à¤à¤° में मीटिंग खतà¥à¤® हà¥à¤† और मैं होटल के लिठनिकल गया, जो कंपनी ने पहले से ही इंतज़ाम कर दिया था, अब आप लोग ही बताओ कोई बनारस आ कर बिना विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ जी के दरà¥à¤¶à¤¨ किये और गà¤à¤—ा घाटों का मजा लिठवापस कैसे जा सकता है, जबकी सà¥à¤¬à¤¹ होते ही मà¥à¤à¥‡ दिलà¥à¤²à¥€ के लिठनिकलना था। मैंने बॉस को कॉल करके बोल दिया, मेरा तबियत खराब है तो मैं आज नहीं आ सकता वापस और à¤à¤• जानने वाले है तो उनके साथ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के घर जा रहा हूà¤, à¤à¤¾à¤ˆ बॉस तो बॉस होता है छूटते ही बोल रहा है कोई नहीं होटल में ही रà¥à¤• जाओ पर मैंने जैसे-तैसे मना लिया और बोला जानने वाले के पास ही रà¥à¤• जाता हूठपर मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ पता बॉस को मेरे घूमने का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ पहले ही पता था, जैसे ही कॉल कट करने लगा सामने से आवाज आई à¤à¤¨à¥à¤œà¥‰à¤¯ सही से करना और जलà¥à¤¦à¥€ वापस आना, बिना कà¥à¤› बोले मैंने कॉल काट दी, और ये सोचने लगा बॉस को कैसे पता चला, फिर याद आया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° à¤à¥‡à¤œà¤¾ था वो उनका खबरी निकला!
मैं à¤à¥€ जानने वाले के साथ उनके होटल को गया, अरे आप-लोगों को बताना à¤à¥‚ल गया गाड़ी में जिनके साथ घूमने का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बना रहा था वो मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ थे जो कि काफी समय से हमारे फेसबà¥à¤• मितà¥à¤° थे और उनका अपना होटल à¤à¥€ था तो डरने वाली कोई बात नहीं थी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सारा ख़बर ले रखे थे, सà¥à¤¬à¤¹ होते ही उनके साथ निकल पड़ा काशी-विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥, असà¥à¤¸à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿ और बनारस की गलियों का मज़ा लेने पर बोलते हैं ना किसी चीज को दिल से चाहो तो जरूर मिलता है, मेरे साथ à¤à¥€ कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤† जिसको अपने सपनों में देखता था वो अचानक अपने सहेलियों के साथ असà¥à¤¸à¥€ घाट पर दिखी और उसको देखते ही लगा जैसे समय रà¥à¤• गया हो, नदी ने अपना पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ बनà¥à¤¦ कर लिया हो, पंकà¥à¤·à¥€ की आवाज à¤à¥€ कही विलीन सी हो गई, उनका मà¥à¤–ड़ा मानो आज ही पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ हो अगर दिन में चांद निकले तो चाà¤à¤¦ को à¤à¥€ रशà¥à¤• हो जाठऔर मेरे मà¥à¤à¤¹ से उसके लिठकà¥à¤› शबà¥à¤¦ निकला,
"तू काशी विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ की परी, मैं असà¥à¤¸à¥€ घाट बन जाऊà¤
तू बनारस की रौनक, मैं शहर वाराणसी कहलाऊà¤"
मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ के सहयोग से उस परी से मिलना हà¥à¤† और बातों ही बातों में पता चला वो à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ जानती है पर लड़की होने के कारण कà¤à¥€ मैसेज नहीं किया, उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ बनारस आने का कारण पूछा मैंने à¤à¥€ बताया कंपनी के काम से आया था तो थोड़ा घूमने निकल गया, अब हम तीनों मतलब मैं, परी और मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ निकल पड़े बनारस की गलियों का मज़ा लेने कब शाम हà¥à¤ˆ पता नहीं चला पर मोहतरमà¥à¤®à¤¾ ने अपना नंबर दिया और बोली कल फिर साथ घूमते है और बनाते है यादगार दिन, मैं काफी खà¥à¤¶ था, की कल का दिन मेरे जीवन के सबसे हसीन दिन में से à¤à¤• होगा, पर जैसे ही खाना खाकर बिसà¥à¤¤à¤° पर लेटा की बॉस का कॉल आया और बोले कल सà¥à¤¬à¤¹ की फà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ है तो याद से निकल लेना à¤à¤• दिन में घूम लिठहोगे कà¥à¤›, काम जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है तो कोई बहाना मत बनाना, अब मैं उदास हो चà¥à¤•à¤¾ था और कब सो गया मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¦ पता नही लगा, पर सà¥à¤¬à¤¹ का अलारà¥à¤® लगा रखा था!
अलारà¥à¤® बजते ही आà¤à¤– खà¥à¤² गई, मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ को मैंने, बॉस के साथ हà¥à¤ˆ सारी बातें बता दी, वो कहते है ना पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ जॉब में आप जंजीर से जकड़े हà¥à¤ रहते हो, तो मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ à¤à¥€ बिना कà¥à¤› कहे अपनी कार ले आà¤, हम अब à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ के लिठनिकल रहे थे तब तक à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ ने बोला परी को à¤à¤• बार कॉल कर ले मिलते निकल जाà¤à¤à¤—े, हम गाड़ी में बैठचà¥à¤•à¥‡ थे मैंने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ कॉल लगाया पर आपने सà¥à¤¨à¤¾ होगा जब किसà¥à¤®à¤¤ सोया रहता है तो कोई साथ नहीं देता, परी ने à¤à¥€ कॉल नहीं उठाया फोन सà¥à¤ªà¥€à¤•à¤° पर होने के कारण मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ बिना कà¥à¤› कहे गाड़ी à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ के तरफ ले लिà¤, मैं à¤à¥€ खिड़की खोल कर परी की आà¤à¤–ों और लहराते बालों में खोने लगा और गाड़ी अपने रफ़à¥à¤¤à¤¾à¤° से सड़क पर दौड़ रही थी, मैं सोच रहा था परी और अपने बदनसीब किसà¥à¤®à¤¤ के बारे में जो फिर से à¤à¤• बार अधूरी रह गई और खà¥à¤¦ पर हà¤à¤¸ रहा था, गाड़ी में गीत à¤à¥€ समय के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही बज रहा था!
"हम तेरे शहर में आये है
मà¥à¤¸à¤¾à¥žà¤¿à¤° की तरह"
âœï¸à¤µà¤¿à¤ªà¤¿à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾
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